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नोलन बैट यूनिवर्स (2005-2012)

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वैसे मैं फिल्मों पर ज्यदा बात नहीं करता लेकिन जब फिल्म किसी कॉमिक बुक हीरो के उपर हो तो अच्छे अच्छे फिल्म समीक्षकों के समक्ष तर्क वितर्क कर सकता हूँ, ये सिर्फ मेरी नहीं हर कॉमिक बुक फैन की तकलीफ है, क्योंकि जब बात किसी करीबी की हो? हाँ भई, ये सुपर हीरो अपने करीबी ही तो है, फिक्शनल ही सही लेकिन क्या दुनिया है. कॉमिक के माध्यम से ये हमारे दिलों दिमाग पर कब जादू कर देते है हमें पता ही नहीं चलता, अब वर्ष 2008 को ही देख लीजिये जब पहली आयरन-मैन फिल्म आई थी और आज को देख लीजिये जब ये सिलसिला ‘अवेंजेर्स एंडगेम’ तक चल चुका है (वास्तव में स्पाइडर-मैन 2 फार फ्रॉम होम तक) और क्या सफलता मिली है इन्हें. मैंने इन्हें बचपन से ही फॉलो किया है, चाहे वो एक्स मैन सीरीज हो या सोनी पिक्चर्स की स्पाइडर-मैन ट्राइलॉजी, सुपर हीरो से कुछ भी जुड़ा मैं देख सकता हूँ, यकीं मानिये HBO नाम के चैनल पर मैंने पुरानी बैटमैन की फ़िल्में भी देखी है, जैसे ‘बैटमैन फॉरएवर’ और ‘बैटमैन एंड रोबिन’ और यहाँ तक की माइकल कीटन की ‘बैटमैन’ भी. नीचे दिया गया है एक रेयर फुटेज जिसे नोलन के स्क्रीनटेस्ट के लिए इस्तेमाल किया गया था (All Main Batman Characters).

साभार: वोकाज़ोन

वर्ष 2005 में आई ‘बैटमैन बिगिन्स’ भी एक नई शुरुवात थी, क्रिस्टियन बेल और लीयम नीसन के साथ एक नयी कहानी गढ़ी गई, इसे आप बैटमैन की ओरिजिन स्टोरी भी कह सकते है एक तरीके से, ब्रूस व्येन से बैटमैन बनने तक के सफ़र की एक अनकही कहानी. डायरेक्टर थे क्रिस्टोफ़र नोलन, तब मैं इन्हें कुछ खास नहीं जनता था, आज भी इनके नाम बस कुछ 10-12 फ़िल्में ही है, लेकिन इनके काम के बारे में लिखना सूरज को दिया दिखाने जैसा है, ये पीएचडी लेवल तक आर एंड डी कर लेते है, इनके कांसेप्ट भी अद्भुद और अद्वितीय होते है (ऑफ टॉपिक पर इनसेप्शन और इंटरस्टेल्लर इनकी बेमिसाल फ़िल्में है). एक और बात यहाँ कोई मार्वल या डीसी नहीं है, मैं एक कॉमिक फैन की हैसियत से कह रहा हूँ, बेन एफ्लेक का बैटमैन कॉमिक्स से ज्यदा करीबी है, लेकिन खास डीसी कॉमिक्स फैन्स के लिए क्रिस्टियन बेल ही अल्टीमेट बैटमैन है हालाँकि मुझे लीयम नीसन का किरदार (रास-एल-घुल) भी काफी पसंद आया था.

वर्ष 2008 में आई ‘द डार्क नाईट’ जो की ट्राइलॉजी की दूसरी कड़ी थी ने सफलता के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए और यहाँ तक की इसमें जोकर का किरदार निभाने वाले एक्टर ‘हीथ लेजर’ को मरणोपरांत अकादमी अवार्ड से भी नवाजा गया (ऑस्कर). इस नोलन मूवी को लोग खास जोकर का किरदार निभाने वाले हीथ लेजर के लिए याद रखेंगे. उन्हें कई फैन्स सर्वकालीन एवं महान कॉमिक बुक फिल्म के विलेन के रूप में भी देखते है, एक मानसिक एवं विछिप्त प्राणी के रूप में जोकर ने एक यादगार अभिनय किया जिसे आने वाले कई सालों तक लोग याद करेंगे. हालाँकि हाल ही में डीसी कॉमिक्स ने फिर ‘जोकर’ नाम की फिल्म बनाई और उसमें काम करने वाले एक्टर ‘जोअक़ुइन फोनिक्स’ ने अपनी शानदार अदाकारी से सबका दिल जीता और साथ में अकादमी पुरूस्कार भी. यहाँ लेकिन मैं एक बात कहूँगा चाहे, कॉमिक्स हो, फिल्म हो, एनीमेशन हो या फिर विडियो गेम, बिना बैटमैन के जोकर निरर्थक है, दोनों एक दुसरे के पूरक है जैसे दिन और रात, नोलन ने हीथ के समक्ष क्रिस्टियन बेल को रखा और वो फिर भी सबको अपने प्रबल अभिनय से बौना साबित कर गए. मेरे लिए तो ‘द डार्क नाईट’ ही बैटमैन फिल्मों की मील का पत्थर है. अब रोबर्ट पैटीसन भी बैटमैन बनने वाले है, देखते है दर्शक और फैन्स उन्हें कितना पसंद करते है.

हम पहुँच गए है अब तीसरी कड़ी तक, वर्ष 2012 जब ‘द डार्क नाईट राइजेस’ रिलीज़ हुई, अब भारत में भी फ़िल्में लगभग अमेरिका की रिलीज़ डेट पर ही आने लगी थी (पहले कई महीनों लगते थे), ट्रेलर का इतना उत्साह था की ‘फर्स्ट डे फर्स्ट शो’ ही पहुँच गए, बैटमैन तो वही था लेकिन विलेन के रूप में एक दमदार शख्सियत थी और उस एक्टर का नाम था टॉम हार्डी जिन्होंने पर्दे पर ‘बेन’ का किरदार निभाते हुए बेहतरीन उपस्थिति दर्ज की. तब तक मैं बैटमैन ‘आर्क्हम एसाइलम’ विडियो गेम खेल चूका था, और उसमे हुयी ‘बेन’ टक्कर बिलकुल ताज़ा थी, हालाँकि नोलन यूनिवर्स में तकनीक का इस्तेमाल तो दिखया गया पर स्पेशल इफेक्ट्स बहोत कम इस्तेमाल हुए, शायद ये भी एक बड़ा कारण था ज़मीनी रूप से दर्शकों से जुड़ने का. टॉम हार्डी ने पूरी ताकत झोंक दी बैटमैन को हराने में लेकिन बैटमैन तो बैटमैन है, यहाँ पर जिक्र करूँगा बैटमैन के चर्चित कॉमिक्स सीरीज नाइट फॉल का भी जिसके कवर ‘बेन’ बैटमैन की रीढ़ की हड्डी तोड़ता हुआ दिखाई देता है एवं फिल्म में भी उस ‘सीन’ को दर्शाया गया है, फिल्म में भारत का भी एक दृश्य है जब ब्रूस व्य्ने कुएं से निकल कर बहार आते है. यह दृश्य राजस्थान का है और इसे जोधपुर शहर में फिल्माया गया है, इसमें आप 500 साल पुराने मेहराणगढ़ किले को अच्छे से देख सकते है, क्योंकि ये ट्राइलॉजी का अंतिम भाग था तो पहली फिल्म से भी इसका संबंध दिखाया गया, इसमें टलिया एल घुल का भी अहम किरदार है और हाँ ‘ऐनी हैथवे’ के ‘कैट-वुमन’ को भला कौन नज़रअंदाज कर सकता है एवं ‘रोबिन’ का छोटा सा कैमियों. बेहद लाजवाब फिल्म थी ये भी.

मुझे उम्मीद है अगर आप बैटमैन फैन या नोलन फैन हैं तो आपको इस लेख में दी हुई जानकारी पसंद आई होगी और अगर कॉमिक्स के प्रसंशक भी है तो सोने पे सुहागा. फिर लौटूंगा इन यादों के झरोखों से कोई अन्य फिल्म (सुपर हीरो) की कहानी लेकर, आभार – कॉमिक्स बाइट!

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