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आर्टिस्ट कार्नर: रमेश तैलंग (सौजन्य – बुक बाबू)

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दोस्तों आज बात होगी श्री रमेश तैलंग जी के बारे में जिसे प्रकाशित किया है – ‘बुक बाबू’ नामक संस्था ने, ये हिंदी साहित्य के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य कर रहे है और समय समय पर भारत के साहित्य से जुड़े लेख, लेखक और कवियों की रचनाएँ एवं उससे जुड़ी जानकारी साझा करते रहते है. श्री रमेश तैलंग जी का दो दिन पहले जन्मदिन था और उन्हें ‘बुक बाबू‘ ने अपनी ओर से जन्मदिन की शुभकामनाएं प्रेषित की. अगर आप भी बुक बाबू से जुड़ना चाहें तो नीचे दी गई जानकारी आपके काम आ सकती है.

रमेश तैलंग का जन्म 2 जून 1946 को टीकमगढ़ (मध्यप्रदेश) में हुआ है। बाल साहित्य में उन्होंने बहुत काम किया। इनका स्वतंत्र लेखन (बाल/किशोर साहित्य-एवम बाल सिनेमा पर केंद्रित) पर ज्यादा जोर रहा, हिंदुस्तान टाइम्स प्रकाशन समूह से 28 वर्षों तक संबद्ध रहने के पश्चात 2001 में मीडिया एक्जीक्युटिव पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली एवं अब तक देश की सभी प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में उनके कविताएँ, समीक्षाएँ, फीचर एवं लेख प्रकाशित हुए ।

“सदी के आखिरी दौर में” में लगभग 20 कविताएं संकलित हुई। कुछ अंग्रेजी कवितायें अमेरिकन एन्थोलोजी – ‘द एन्चेंटमेंट ऑफ मेमोरी’ एवं ‘द बेस्ट पोएम्स एंड पोएट्स ऑफ 2001’ में शामिल हैं। उन्होंने केंद्रीय सरकार की पंचायती राज शैक्षणिक योजना के अंतर्गत दो वीडियो फिल्मों के पटकथा का लेखन भी किया है। बाल साहित्य लिखना उन्होंने 1965 में “पराग” से शुरू हुआ, उसके बाद साप्ताहिक हिंदुस्तान, नंदन, बाल-भारती, सुमन सौरभ, समझ झरोखा तथा प्रमुख राष्ट्रीय दैनिकों के साहित्यिक परिशिष्टों में कहानियाँ/कवितायें/बाल-नाटक प्रकाशित हुए।

रमेश तैलंग

उन्होंने अनेक बाल गीत भी लिखें और ‘विश्व क्लासिक नॉवेल्स’ का हिंदी रूपांतरण भी किया। ”बाल कविता संकलन: एक चपाती और अन्य बाल कवितायें” तथा ”कनेर के फूल” के लिए उन्हें हिंदी अकादमी दिल्ली द्वारा पुरस्कृत किया गया और ”हरी भरी धरती” बाल गीत पाण्डुलिपि पर सूचना और प्रसारण मंत्रालय-भारत सरकार का भारतेंदु हरिश्चंद्र प्रथम पुरस्कार मिला। ”मेरे प्रिय बालगीत” पर केंद्रीय साहित्य अकादमी, नई दिल्ली का बाल साहित्य पुरस्कार-2013 मिला।

“इकड़ी-तिकड़ी,तिकड़म ता
हुआ सबेरा,अब उठ जा
इकड़ी-तिकड़ी तिकड़म-ता
दाँत माँज कर,रोज़ नहा
इकड़ी-तिकड़ी,तिकड़म-ता
मान बड़ों का,सदा कहा ”

जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनाएं ।।

। जन्मदिन विशेष । बुक बाबू । कॉमिक्स बाइट

आज बस इतना ही

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